Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Aug 2022 · 1 min read

*अद्‌भुत यह बरसात (गीत)*

अद्‌भुत यह बरसात (गीत)
———————————————–
दिन-भर बादल घिरे रहेंगे,अद्‌भुत यह बरसात
(1)
सूरज हुए नदारत नभ से,दिखती नहीं दुपहरी
सुबह बीतती है फिर सीधे, संध्या मेघ-भरी
काले-काले बादल जाने कब ले आते रात
(2)
रिमझिम-रिमझिम खेल चल रहा,भीगा-भीगा मौसम
बरस रही बूँदें जादू से, होती हैं क्या कुछ कम ?
बूँदे-बादल-आसमान से कर लो थोड़ी बात
दिन-भर बादल घिरे रहेंगे,अद्‌भुत यह बरसात
—————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

Language: Hindi
Tag: गीत
113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
उस गुरु के प्रति ही श्रद्धानत होना चाहिए जो अंधकार से लड़ना सिखाता है
कवि रमेशराज
चरागो पर मुस्कुराते चहरे
चरागो पर मुस्कुराते चहरे
शेखर सिंह
ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
ढूंढ़ तो लेते अपने रिश्तों को हम,
पूर्वार्थ
गौतम बुद्ध के विचार --
गौतम बुद्ध के विचार --
Seema Garg
हर इन्सान परख रहा है मुझको,
हर इन्सान परख रहा है मुझको,
Ashwini sharma
झूठी है यह जिंदगी,
झूठी है यह जिंदगी,
sushil sarna
हम भी अपनी नज़र में
हम भी अपनी नज़र में
Dr fauzia Naseem shad
मोक्ष
मोक्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
वैराग्य ने बाहों में अपनी मेरे लिए, दुनिया एक नयी सजाई थी।
वैराग्य ने बाहों में अपनी मेरे लिए, दुनिया एक नयी सजाई थी।
Manisha Manjari
Thought
Thought
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धधकती आग।
धधकती आग।
Rj Anand Prajapati
रोज़ मायूसी से हर शाम घर जाने वाले...
रोज़ मायूसी से हर शाम घर जाने वाले...
Shweta Soni
Friend
Friend
Saraswati Bajpai
फूलों सी मुस्कुराती हुई शान हो आपकी।
फूलों सी मुस्कुराती हुई शान हो आपकी।
Phool gufran
Natasha is my Name!
Natasha is my Name!
Natasha Stephen
*जिनसे दूर नहान, सभी का है अभिनंदन (हास्य कुंडलिया)*
*जिनसे दूर नहान, सभी का है अभिनंदन (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
कहते हो इश्क़ में कुछ पाया नहीं।
Manoj Mahato
बदलाव
बदलाव
Shyam Sundar Subramanian
कल है हमारा
कल है हमारा
singh kunwar sarvendra vikram
माई कहाँ बा
माई कहाँ बा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"मत पूछिए"
Dr. Kishan tandon kranti
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
स्मार्ट फोन.: एक कातिल
ओनिका सेतिया 'अनु '
कमजोर से कमजोर स्त्री भी उस वक्त ताकतवर हो जाती है जब उसे,
कमजोर से कमजोर स्त्री भी उस वक्त ताकतवर हो जाती है जब उसे,
Ranjeet kumar patre
“ मैथिल क जादुई तावीज़ “ (संस्मरण )
“ मैथिल क जादुई तावीज़ “ (संस्मरण )
DrLakshman Jha Parimal
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
आज भी मुझे मेरा गांव याद आता है
Praveen Sain
23/26.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/26.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙅महा-ज्ञान🙅
🙅महा-ज्ञान🙅
*प्रणय प्रभात*
As gulmohar I bloom
As gulmohar I bloom
Monika Arora
अगर चुनौतियों को  ललकारने और मात देने की क्षमता नहीं है, तो
अगर चुनौतियों को ललकारने और मात देने की क्षमता नहीं है, तो
Sanjay ' शून्य'
ये जो मीठी सी यादें हैं...
ये जो मीठी सी यादें हैं...
Ajit Kumar "Karn"
Loading...