अद्भभुत है स्व की यात्रा
अद्भभुत है स्व की यात्रा
संसार से हमें मिलाती है
अद्भभुत है स्व की यात्रा
संसार से मुक्त कराती है
स्वावलंबन बनकर साधन देती
स्वाभिमान का बोध कराती है
स्वाधीनता बनकर तत्व को
आनंद तक ले जाती है
इन सबसे ऊपर उठकर
परमानंद से हमें मिलाती है
अद्भभुत है स्व की यात्रा
अंतस तक ले जाती है
आत्मा से परमात्मा तक
एकाकार कराती है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी