Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2023 · 2 min read

अटल-अवलोकन

अटल अवलोकन
भारत के प्यारे
कुंवारे प्रधानमंत्री
आपकी नीतियों पर
देश करेगा गर्व और अभिमान
आपका भला करें भगवान
हे कमलनाथ!
आप शांति के पुजारी हैं
आपसे न राग है न द्वेष है
पर एक आम नागरिक की तरफ से
आपको यह संदेश है
आप हिंदू धर्म को मानने में सख्त हैं
निश्चय ही राम के बड़े भक्त हैं
आपको धर्म ग्रंथों की बातों को
आजमाना चाहिए
शादी पश्चात पुत्र रत्न प्राप्त कर
पितृऋण से उबार पाना चाहिए
आपने कुर्सी पाने से पहले
हमेशा स्वदेशी का नारा लगाया
जरा सोचिए
क्या आप के शासन के पहले भी
कभी इतना सामान विदेशी आया
केरल की बाढ़ हो
या गुजरात का भूकंप हो
पाकिस्तानी नागों की फुफकार हो
या अफगानी बिच्छुओं का डंक हो
हमारे जीवन की
इतनी दु:खद कोई कहानी नहीं है
फिर भी आपके शासन का
कोई सानी नहीं है
जब आपने पाकिस्तान से
भाईचारा बढ़ाने की बात चलाई
तो पाकिस्तानी घुसपैठिए
पूरे कारगिल क्षेत्र में आ गए
मानवता की सफेद आंचल में
काली स्याही से छा गए
उसका खामियाजा
हमारे सैनिकों ने
अपनी जान देकर चुकाई
उसके बाद भी आपने नम्रता ही दिखलाई
दिन प्रतिदिन करते रहे शांति का प्रयास
लात के देवताओं से बात की आस
आपके सहयोगी
देश में अस्थिरता के बीज बोने लगे हैं
राम का राज्य और
लक्ष्मण बदनाम होने लगे हैं
जब मैंने सब गतिविधियों पर नजर डाला
तो यही निष्कर्ष निकाला
कि आपके दिल को जिसने भी दुखाया
चैन नहीं पाया
जब आप गए कांधार
आपके दिल पर ठेस पहुंचा भारी
समय ने उन्हें बख्शा नहीं
शुरू हो गई बमबारी
आपकी लाहौर बस सेवा
अघोषित युद्ध लाई
विदेश में समय बिता रहे हैं
नवाज शरीफ भाई
आप अमेरिका गए
ना जाने क्या खोए क्या पाए
शायद निराश होकर आए
इसलिए वह भी मुसीबत में घिरा
पेंटागन क्षतिग्रस्त हुआ
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर गिरा
नेपाल नरेश से
जाने कैसा मिला मान
साफ ही हो गया पूरा खानदान
आप भीष्म पितामह है
बोल नहीं पाते हैं
किंतु अनीति करने वाले
रसातल में जाते हैं
आप पार्टी में आप सर्वोत्तम थे
दुनिया ने जाना
पर कितने भाजपाइयों ने
आप को माना
परिणाम यह कि
पलट गया पासा
रह गई पाई
आगे पहाड़ पीछे खाई
आपके कुर्सी से हटते ही
जो कल तक चुप थे
मुँह खोलने लगे हैं
आप मनहूस शासक थे
बोलने लगे हैं
लेकिन यह गलत है
आपके निजी जीवन पर
उंगली उठाना होगी बेमानी
ऐसा वही कह सकता है
जिसमें ना शर्म होगा
न हया होगी
और ना होगा पानी
हम तो आपसे यही कहेंगे
आप भ्रमण कीजिए
दुश्मनों तक जाइए
हाथ मिलाइए
कुछ लेकर ही आएँगे
और यदि नहीं ला सके
तो इतिहास गवाह है
ईश्वर के नाम पर
दुश्मन रह नहीं पाएँगे।

1 Like · 265 Views
Books from नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
View all

You may also like these posts

हमदर्द तुम्हारा
हमदर्द तुम्हारा
ललकार भारद्वाज
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
मिटा लो दिल से दिल की दूरियां,
Ajit Kumar "Karn"
हम सबके सियाराम
हम सबके सियाराम
Sudhir srivastava
हम अपने मुल्क की पहचान को मिटने नहीं देंगे ।
हम अपने मुल्क की पहचान को मिटने नहीं देंगे ।
Phool gufran
सपनों के उस बस्तर में
सपनों के उस बस्तर में
Dr. Kishan tandon kranti
मार्केटिंग
मार्केटिंग
Shashi Mahajan
पुस्तक
पुस्तक
Nitesh Shah
बदजुबान और अहसान-फ़रामोश इंसानों से लाख दर्जा बेहतर हैं बेजुब
बदजुबान और अहसान-फ़रामोश इंसानों से लाख दर्जा बेहतर हैं बेजुब
*प्रणय*
संस्कार
संस्कार
Kanchan verma
जियो जी भर
जियो जी भर
Ashwani Kumar Jaiswal
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
* अवधपुरी की ओर *
* अवधपुरी की ओर *
surenderpal vaidya
* संतुलन *
* संतुलन *
Vaishaligoel
दू गो देश भक्ति मुक्तक
दू गो देश भक्ति मुक्तक
आकाश महेशपुरी
पानी से आग बुझाने की   ....
पानी से आग बुझाने की ....
sushil sarna
पीले पात
पीले पात
आशा शैली
जिसे तुम राज़ देते हो वही नुक़्सान भी देगा
जिसे तुम राज़ देते हो वही नुक़्सान भी देगा
अंसार एटवी
आज के जमाने में
आज के जमाने में
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3357.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3357.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
अब नहीं पाना तुम्हें
अब नहीं पाना तुम्हें
Saraswati Bajpai
From I to We- Please Marry Me
From I to We- Please Marry Me
Deep Shikha
ऋतुराज
ऋतुराज
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
उन व्यक्तियों का ही नाम
उन व्यक्तियों का ही नाम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
जिंदगी ना जाने कितने
जिंदगी ना जाने कितने
Ragini Kumari
अकेले हो जाते हैं न हम जैसे लोग, जिनके पास खो देने को कोई एक
अकेले हो जाते हैं न हम जैसे लोग, जिनके पास खो देने को कोई एक
पूर्वार्थ
सत्य प्रेम से पाएंगे
सत्य प्रेम से पाएंगे
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कुछ चोरों ने मिलकर के अब,
कुछ चोरों ने मिलकर के अब,
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करो
कभी हमारे शहर आओ तो मिल लिया करो
PRATIK JANGID
भाई दोज
भाई दोज
Ram Krishan Rastogi
*जुलूस की तैयारी (छोटी कहानी)*
*जुलूस की तैयारी (छोटी कहानी)*
Ravi Prakash
Loading...