Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Mar 2024 · 1 min read

“अजातशत्रु”

“अजातशत्रु”
मुझे नहीं बनना है
अजातशत्रु
शोषण की व्यवस्था में
मैं उगलूंगा आग,
सब लोगों को कहूंगा
जाग भाई जाग।

3 Likes · 3 Comments · 200 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
"प्यार"
Dr. Kishan tandon kranti
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
आज़ादी की जंग में यूं कूदा पंजाब
कवि रमेशराज
सपना
सपना
ओनिका सेतिया 'अनु '
कविता
कविता
Rambali Mishra
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR Arun Kumar shastri एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुछ लोग चांद निकलने की ताक में रहते हैं,
कुछ लोग चांद निकलने की ताक में रहते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भौतिक युग की सम्पदा,
भौतिक युग की सम्पदा,
sushil sarna
कल पापा की परी को उड़ाने के लिए छत से धक्का दिया..!🫣💃
कल पापा की परी को उड़ाने के लिए छत से धक्का दिया..!🫣💃
SPK Sachin Lodhi
हास्य कुंडलिया
हास्य कुंडलिया
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
स्त्रीत्व समग्रता की निशानी है।
Manisha Manjari
वक्त
वक्त
Shyam Sundar Subramanian
समझ
समझ
मधुसूदन गौतम
Exercise is not expensive, Medical bills are.
Exercise is not expensive, Medical bills are.
पूर्वार्थ
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
अभिमानी सागर कहे, नदिया उसकी धार।
Suryakant Dwivedi
3773.💐 *पूर्णिका* 💐
3773.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जय श्री गणेशा
जय श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
मम्मी पापा के छांव
मम्मी पापा के छांव
राधेश्याम "रागी"
* सामने आ गये *
* सामने आ गये *
surenderpal vaidya
बसंती हवा
बसंती हवा
Arvina
काश हम भी दिल के अंदर झांक लेते,
काश हम भी दिल के अंदर झांक लेते,
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
आजादी की कहानी
आजादी की कहानी
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
हमारे सोचने से
हमारे सोचने से
Dr fauzia Naseem shad
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यार
यार
अखिलेश 'अखिल'
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
*चटकू मटकू (बाल कविता)*
Ravi Prakash
🙅समस्या का मूल🙅
🙅समस्या का मूल🙅
*प्रणय*
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
छन्द- वाचिक प्रमाणिका (मापनीयुक्त मात्रिक) वर्णिक मापनी – 12 12 12 12 अथवा – लगा लगा लगा लगा, पारंपरिक सूत्र – जभान राजभा लगा (अर्थात ज र ल गा)
Neelam Sharma
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।
अपने ग़मों को लेकर कहीं और न जाया जाए।
Harminder Kaur
हनुमान जी वंदना ।। अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो ।।
हनुमान जी वंदना ।। अंजनी सुत प्रभु, आप तो विशिष्ट हो ।।
Kuldeep mishra (KD)
Loading...