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22 Jul 2021 · 1 min read

अजनबी

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की एक व्यक्ति जिसकी फितरत में ही फरेब -झूठ -धोखा है वो लाख गुना बेहतर है उस इंसान से जो अपना और अपनेपन का दिखावा करके उस इंसान के विश्वास के साथ ये सब करते हैं ,कहा भी गया है विष अच्छा विश्वासघात बुरा और घातक …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हम ईश्वर को धन्यवाद् और शुक्राना कम तथा शिकायतें ज्यादा से ज्यादा करते हैं ,हम क्यों नहीं इस बात को स्वीकार करते की जो कुछ भी घटित हो गया -हो रहा है और आगे भी होगा वो उसकी इच्छा से हुआ -हो रहा है और होगा हम निमित मात्र हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की सदियों से अधिकांशतः इंसान दूसरों के साथ गलत करके -शोषण करके -हक़ मार के अपनी आर्थिक तरक्की कर रहा है और बड़ी ही बेशर्मी से उस ईश्वर से इसमें बरकत करने की दरख्वाहस्त भी करता है …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की वक़्त कई मर्तबा ऐसा मंजर दिखाता है जहाँ एक दुसरे के बिना एक दिन भी नहीं रहने वाले -एक दुसरे के बिना जिंदगी को श्राप समझने वाले ,एक दिन एक ही घर में -एक ही कमरे में -एक ही छत्त के नीचे एक अजनबी बन कर रह जाते हैं …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??

Language: Hindi
Tag: लेख
1 Like · 456 Views
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