“अच्छे साहित्यकार”
“अच्छे साहित्यकार”
अच्छे साहित्यकार अपनी आँख, कान, हृदय, मस्तिष्क को खुला रखते हैं, प्राप्त अनुभवों से तर्क संगत लेखन करते हैं और दुनिया को एक नया सन्देश देते हैं।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
“अच्छे साहित्यकार”
अच्छे साहित्यकार अपनी आँख, कान, हृदय, मस्तिष्क को खुला रखते हैं, प्राप्त अनुभवों से तर्क संगत लेखन करते हैं और दुनिया को एक नया सन्देश देते हैं।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति