अच्छी यादें सम्भाल कर रखा कीजिए
अपने लिए वक्त निकाल कर रखा कीजिए
अच्छी यादें सम्भाल कर रखा कीजिए
संस्कारों को दकियानूस न कहिए
सर पे पल्लू डाल कर रखा कीजिए
खाना,पीना,सोना तो सभी करते हैं
कुछ तो शौक पाल कर रखा कीजिए
रोटी बनाना आसान हो सकता है
पूरा आटा चाल कर रखा कीजिए
जली कटी बातें जब दिल को दुखाये
कान में तेल डालकर रखा कीजिए
लहजे में सख्ती,नर्मी दोनों जरूरी है
बच्चों को पुचकार कर रखा कीजिए
नूर फातिमा खातून “नूरी ”
जिला -कुशीनगर