Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2024 · 1 min read

“अचरज”

“अचरज”
ये कैसी कायर पीढ़ी है,
अपना स्वाभाविक धर्म भूलकर
धर्म के नशे में है,
जिनके लिए तर्क और विज्ञान
पर लेखनी अर्थहीन है।

2 Likes · 2 Comments · 32 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
*आ गया मौसम वसंती, फागुनी मधुमास है (गीत)*
Ravi Prakash
मेरे  जीवन की  कमी हो  तुम
मेरे जीवन की कमी हो तुम
Sonam Puneet Dubey
4333.*पूर्णिका*
4333.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
चाय पीने से पिलाने से नहीं होता है
चाय पीने से पिलाने से नहीं होता है
Manoj Mahato
छू कर तेरे दिल को, ये एहसास हुआ है,
छू कर तेरे दिल को, ये एहसास हुआ है,
Rituraj shivem verma
बात हद  से बढ़ानी नहीं चाहिए
बात हद से बढ़ानी नहीं चाहिए
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
మగువ ఓ మగువా నీకు లేదా ఓ చేరువ..
మగువ ఓ మగువా నీకు లేదా ఓ చేరువ..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
दु:ख का रोना मत रोना कभी किसी के सामने क्योंकि लोग अफसोस नही
Ranjeet kumar patre
सपने में भी डर जाते हैं, उठ जाते हैं, चौंक रहे हैं।
सपने में भी डर जाते हैं, उठ जाते हैं, चौंक रहे हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
शाइरी ठीक है जज़्बात हैं दिल के लेकिन
Neeraj Naveed
दगा और बफा़
दगा और बफा़
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
''हसीन लम्हों के ख्वाब सजा कर रखें हैं मैंने
''हसीन लम्हों के ख्वाब सजा कर रखें हैं मैंने
शिव प्रताप लोधी
हिंदी दोहा- अर्चना
हिंदी दोहा- अर्चना
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
साइस और संस्कृति
साइस और संस्कृति
Bodhisatva kastooriya
क्या हुआ की हम हार गए ।
क्या हुआ की हम हार गए ।
Ashwini sharma
हम मुहब्बत के परस्तार रियाज़ी तो नहीं
हम मुहब्बत के परस्तार रियाज़ी तो नहीं
Nazir Nazar
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
मर्द
मर्द
Shubham Anand Manmeet
रूठ जाना
रूठ जाना
surenderpal vaidya
श्री राम वंदना
श्री राम वंदना
Neeraj Mishra " नीर "
*श्री रामकथा मंदाकिनी
*श्री रामकथा मंदाकिनी
*प्रणय*
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
अनुभूति
अनुभूति
Pratibha Pandey
भोर
भोर
Omee Bhargava
झूठ की जीत नहीं
झूठ की जीत नहीं
shabina. Naaz
किसी और के संग ऐसा मत करना
किसी और के संग ऐसा मत करना
gurudeenverma198
"लोगों की सोच"
Yogendra Chaturwedi
जन्मजात जो है गरीब तो क्या?
जन्मजात जो है गरीब तो क्या?
Sanjay ' शून्य'
LIVE IN THE PRESENT
LIVE IN THE PRESENT
पूर्वार्थ
मैं नारी हूं...!
मैं नारी हूं...!
singh kunwar sarvendra vikram
Loading...