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8 May 2021 · 1 min read

अग्नि

आदर्श ब्रह्म विवाह का साक्षी है “अग्नि” ।
न किसी का मित्र न किसी का बैरी है “अग्नि” ।
महज तुच्छ तीली से सारा जंगल जला देता “अग्नि” ।
मनुष्य के जीवन का अभिन्न हिस्सा है “अग्नि” ।
पंच तत्वों में से एक तत्व है “अग्नि” ।
मानव को पंच तत्वों में विलीन करता “अग्नि” ।

गोविंद उईके

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 542 Views
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