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3 Apr 2024 · 1 min read

“अग्निस्नान”

“अग्निस्नान”
धूप, सूरज औ’ लू की त्रयी
करा देती अग्निस्नान,
दादी- नानी सदा बरजती
आसमान से झाँक रहे
उस आतंकवादी सूरज से
सदा रहो सावधान।

4 Likes · 3 Comments · 85 Views
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