अगर हो सके तो बता देना
गर हो सके तो बता देना
कोई प्यार मुझ सा करता है
आवाज को सुनने को तेरी
कोई शख्स मुझ सा तरसता है…..
थे वादे किए कई तुमने
कसमें भी खाई कई गिन के
जानते हुए भी झूट है सब
कोई एतबार मुझ सा करता है….
हां होंगे तुम भी खुश जहां
उस जगह की बात बता देना
तेरी आंखों में डूब कर अब
कोई दीदार मुझसा करता है…..
अगर हो सके तो बता देना
कोई प्यार मुझ सा करता है
आवाज को सुनने को तेरी
कोई इंतेजार मुझ सा करता है….