अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
अगर भटक जाओगे राहों से, मंज़िल न पा सकोगे,
ज़रूरी चीज़ों को छोड़, गैरों में रम जाओगे।
ध्यान में रखो हर वक़्त, तुम्हारा लक्ष्य है क्या,
जो खो दिया फोकस तो, कुछ भी न पा सकोगे।
हर मोड़ पर मिलेंगी, दुनिया की चमक-दमक,
मगर भूलना मत, असली रोशनी कहाँ पाओगे।
फिजूल की बातों में, दिल न लगाया करो,
जो वक़्त चला गया, फिर कभी न ला सकोगे।
तुम्हारा ध्यान ही, तुम्हारी हकीकत बनाएगा,
जो भी सोचोगे, वही सच में बदल जाएगा।
याद रखो हमेशा, मंज़िल वही पाते हैं,
जो हर एक कदम पर, फोकस बनाए रखते हैं।