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26 Apr 2020 · 1 min read

अगर तोड़ना ही है तो तोड़ो ख़ुद का अहम

अगर तोड़ना ही है तो
तोड़ो ख़ुद का अहम
और जोड़ना ही है तो जोड़ों
अपने मोतियों की तरह
इधर उधर बिखरे हुए रिश्ते.
माना की मेरा गणित खराब है
लेकिन रिश्तों का मुझे
लगाना आता अच्छे से
हिसाब किताब है।
मैं अक्षरों को जोड़ लेता हूँ
शब्दों की माला बना
वाक्यों में पिरो लेता हूँ.
शब्दों के हेर फेर को
मैं सुधार लेता हूँ.
अगर गलती हो मुझसे
मैं शीश झुका
रिश्ते सम्भाल लेता हूँ .

भूपेंद्र रावत
21।04।2020

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 435 Views
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