दूरियाँ
चाँद की किरणों से जगमगाता आसमान,
दूरी की गहराईयों में खो जाता है समय।
मजबूत रिश्तों की डोर खिंची हुई है,
और दूरियों की दीवारों ने अलग कर दिया है हमको।
मासूम सपनों की छाती पर बसे हैं हम,
मधुर भावनाओं से सजी हुई है दुनिया।
पर जब देखते हैं इन दूरियों को,
हमारी आँखों से बह जाता है आंसू।
कभी कभी ये दूरियाँ हमें रुलाती हैं,
हमें अकेलापन के गहरे समंदर में डुबोती हैं।
पर हम नहीं हारते, हम उठते हैं फिर से,
क्योंकि हमारी रुह में जीने की ताकत होती है।
ये दूरियाँ हमें अच्छा सिखाती हैं,
हमें आदत सिखाती हैं सहने की।
हमें समय की महत्वपूर्णता बताती हैं,
और समय की मौजूदगी को महसूस कराती हैं।
दूरियाँ कभी खत्म नहीं होती,
पर हम अपनी मंजिलों के लिए चलते रहते हैं।
क्योंकि जहां भी हम होते हैं,
वहां दूरियाँ भी हमेशा हमारे साथ होती हैं।