Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2020 · 1 min read

“अक्सर तुझसे ही बात करना चाहतीं हूं”

अक्सर तुझसे ही ,
बात करना चाहती हूं।
कुछ अपनी कुछ तुम्हारी,
सुनना चाहती हूं।
बताना चाहती हूं ,
बशर्ते मेरी नज़रों के सामने रहो।
मैं तुम्हें देखूं,
और तुम भी प्यार के दो शब्द कहो।
खूबसूरत लम्हों की ,
बात करना चाहतीं हूं।
तेरे बिना बीते पलो का,
हिसाब करना चाहतीं हूं।
अक्सर तुझसे ही,
बात करना चाहतीं हूं।
इंतेजार करना ,
आदत सी बन गई हैं।
क्योंकि तेरी मोहब्बत,
मेरी खातिर अरमान बन गई हैं।
सामने ना सही,
पर आस पास रहना चाहती हूं।
पलके बंद करो जबभी,
तुम्हारे दिल में धड़कना चाहती हूं ।
अक्सर तुझसे ही ,
बात करना चाहती हूं।

Language: Hindi
8 Likes · 10 Comments · 616 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अपने सपने कम कम करते ,पल पल देखा इसको बढ़ते
अपने सपने कम कम करते ,पल पल देखा इसको बढ़ते
पूर्वार्थ
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
क्यों पढ़ा नहीं भूगोल?
AJAY AMITABH SUMAN
"सांप-संपोलों से
*प्रणय*
*चाटुकारिता सीख गए तो, जाओगे दरबारों में (हिंदी गजल)*
*चाटुकारिता सीख गए तो, जाओगे दरबारों में (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
हवन - दीपक नीलपदम्
हवन - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
शेर-शायरी
शेर-शायरी
Sandeep Thakur
बाल कविता: मोर
बाल कविता: मोर
Rajesh Kumar Arjun
गीत ( भाव -प्रसून )
गीत ( भाव -प्रसून )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
हवस में डूबा हुआ इस सृष्टि का कोई भी जीव सबसे पहले अपने अंदर
हवस में डूबा हुआ इस सृष्टि का कोई भी जीव सबसे पहले अपने अंदर
Rj Anand Prajapati
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
कहते हैं लोग
कहते हैं लोग
हिमांशु Kulshrestha
*बदलाव की लहर*
*बदलाव की लहर*
sudhir kumar
मन डूब गया
मन डूब गया
Kshma Urmila
वो बेजुबान कितने काम आया
वो बेजुबान कितने काम आया
Deepika Kishori
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
छाले पड़ जाए अगर राह चलते
Neeraj Mishra " नीर "
नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
नहीं घुटता दम अब सिगरेटों के धुएं में,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अभिमानी  इस जीव की,
अभिमानी इस जीव की,
sushil sarna
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Neelofar Khan
सांसों के सितार पर
सांसों के सितार पर
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
कामयाबी का नशा
कामयाबी का नशा
SHAMA PARVEEN
खो जानी है जिंदगी
खो जानी है जिंदगी
VINOD CHAUHAN
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
शिवकुमार बिलगरामी के बेहतरीन शे'र
Shivkumar Bilagrami
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
बाहर मीठे बोल परिंदे..!
पंकज परिंदा
मोहल्ला की चीनी
मोहल्ला की चीनी
Suryakant Dwivedi
जिंदगी
जिंदगी
Sangeeta Beniwal
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सफ़र ज़िंदगी का आसान कीजिए
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
3869.💐 *पूर्णिका* 💐
3869.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
दोहे -लालची
दोहे -लालची
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
क्या यही संसार होगा...
क्या यही संसार होगा...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*दिल के दीये जलते रहें*
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Loading...