Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Apr 2017 · 1 min read

अक्षय तृतीया

अक्षय तृतीया के दिन गुड्डे गुड़िया का विवाह मेरी बिटिया ने रचाया
बड़े जतन से गुड्डा गुड़िया दोनों को सजाया
गुड़िया को सजाकर उसने बरगद के मंडप पर बिठाया
मंगल गीत गाये गुड्डे गुड़िया की शादी रचाई
यह देख कर मेरी आंखें भर आई l
मेरी प्यारी बिटिया धीरे-धीरे बड़ी हो रही
समय की घड़ियां बीत रही l
हर साल की तरह फिर वो दिन आया
अक्षय तृतीया के अवसर पर गुड़िया का ब्याह रचाया
पर उसको ये मालूम नहीं कि वो जब बड़ी हो जायेगी
पापा मम्मी की लाडली भी एक दिन विवाह रचायेगी l
हम शायद उसको निहारते रह जाएंगे
वो शायद हमारे लिए भावुक क्षण होंगे l
फिर वो यह पर्व नहीं मनायेगी
पर हमको याद आयेगी l

डॉ.अनिल कुमार कोरी

Language: Hindi
1 Like · 744 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
करगिल के वीर
करगिल के वीर
Shaily
"जीवन का सबूत"
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
*जिंदगी-भर फिर न यह, अनमोल पूँजी पाएँगे【 गीतिका】*
Ravi Prakash
खिलेंगे फूल राहों में
खिलेंगे फूल राहों में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चश्मे
चश्मे
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
मानवता
मानवता
विजय कुमार अग्रवाल
राजनीति
राजनीति
Bodhisatva kastooriya
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
वो एक ही मुलाकात और साथ गुजारे कुछ लम्हें।
शिव प्रताप लोधी
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
देखी है ख़ूब मैंने भी दिलदार की अदा
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तुम
तुम
Punam Pande
अभी तो साँसें धीमी पड़ती जाएँगी,और बेचैनियाँ बढ़ती जाएँगी
अभी तो साँसें धीमी पड़ती जाएँगी,और बेचैनियाँ बढ़ती जाएँगी
पूर्वार्थ
राधा
राधा
Mamta Rani
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
ରାତ୍ରିର ବିଳାପ
Bidyadhar Mantry
जीने का हौसला भी
जीने का हौसला भी
Rashmi Sanjay
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
ଆପଣ କିଏ??
ଆପଣ କିଏ??
Otteri Selvakumar
शिवोहं
शिवोहं
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
स्वयं को स्वयं पर
स्वयं को स्वयं पर
Dr fauzia Naseem shad
अभी गहन है रात.......
अभी गहन है रात.......
Parvat Singh Rajput
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
*अनकही बातें याद करके कुछ बदलाव नहीं आया है लेकिन अभी तक किस
Shashi kala vyas
समझदारी ने दिया धोखा*
समझदारी ने दिया धोखा*
Rajni kapoor
सुनों....
सुनों....
Aarti sirsat
तंज़ीम
तंज़ीम
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अब न तुमसे बात होगी...
अब न तुमसे बात होगी...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
सच हमारे जीवन के नक्षत्र होते हैं।
Neeraj Agarwal
सुविचार
सुविचार
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
3098.*पूर्णिका*
3098.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
कर
कर
Neelam Sharma
देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ
देखता हूँ बार बार घड़ी की तरफ
gurudeenverma198
Loading...