अकेलेपन का अंधेरा
अफसोस नहीं है अकेले जाने का
मुझे गम है इस जमाने का
कहते हैं गिरगिट रंग बदलता है
परंतु उसका यह ढंग है
अपने आप को बचाने का
अगर पैमाना छलगता है
इसमें दोष नहीं पैमाने का
पीठ पीछे कोई मुस्कुराता है
भाव कुछ और ही होता है
उसके यूं मुस्कुराने का
गम बांटने मेरा आते तो है
पर ढंग होता है सताने का