अंबेडकर, गांधी और गोडसे
मैंने कई बार गांधी की आलोचना की है-आगे भी करता रहूंगा-लेकिन इसका मतलब कोई यह हरगिज़ मत समझे कि मैं उनके योगदान के बारे में कुछ भी नहीं जानता। आलोचना का मतलब विरोध और विरोध का मतलब दुश्मनी तो नहीं होता न! वैसे मैं अंबेडकर का अनुयाई हूं लेकिन गांधी और गोडसे में से किसी एक को चुनने के लिए कहे जाने पर नि:संदेह मैं गांधी को ही चुनूंगा।