अंधा हो गया है क्या ??
अंधा हो गया है क्या ??
सामने देख हमारे खेत में बैल घुस आया है
जल्दी चल वरना सारी फसल चौपट कर देगा
दोनों बालक दौड़ पड़े
पशु की एक प्रजाति दूसरे को
उस जमीन से खदेड़ने चली थी
जिसे किसी के बाप ने नहीं बनाया था
दोनों ने डंडे मारकर बैल को भगा दिया
फिर लकड़ी को म्यान में डालकर
सेनापति की तरह दोनों लौट आए
असल में वह बैल किसी का नहीं था
वह आवारा था..
नहीं नहीं माफ कीजिएगा आजाद था
यह बेहतर शब्द होगा
जहां हरी घास नजर आती चर जाता
कहीं भटकते हुए पानी मिलता तो पी जाता
किसी के खेतों की सीमा में घुसता
तो बहुत मार पड़ती
सेनापति बहुत क्रूर होते थे
मगर एक दिन वो बैल बीमार पड़ गया
सर्दी के दिन थे और आसमान से बर्फ गिर रही थी
ना घास बची थी चरने को ना पानी
मगर आजादी तो थी…. पर क्या करें
बेचारा आजाद बैल
भूख से मारा गया
उसकी फिक्र किसे
वह किसी का हल नहीं जोतता
किसी का कोल्हू नहीं चलाता
ना बैलगाड़ी खींचता था
उसका क्या हक है फिर??
वहीं एक कोल्हू का बैल दिनभर पिसा होगा
शाम को चारा पानी डालकर
किवाड़ बंद कर दिए होंगे
थका हारा गहरी नींद में रात भर सोया होगा
मगर हर सुबह जब आंख खुलती होगी
तो सोचता है यह भी क्या कोई जिंदगी है
काश मैं आजाद होता… एक आजाद बैल