Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 May 2021 · 1 min read

अंदर की बारिश

मैंने बहुत इल्तिजा की,
अब तो बरस जा सावन।
भिगो दे मेरे तन को,
प्यासे, तड़पते मन को।

वह मेरी बात मान चुका था ,
दिल का हाल जान चुका था।
बहुत कहने के बाद,
उसने भरम रख लिया था।

मेरी बात मान ली उसने,
बरसने की ठान ली उसने।
बोला, अपनी मर्जी से बरसूंगा
फिर बरसने लगा था…
किसी की यादों का…
अकेलेपन का सावन।

फर्क सिर्फ इतना था
वह बाहर के बजाय
अंदर बरस रहा था
भिगो दिया था मेरे तन को
तड़पते, प्यासे मन को।

© अरशद रसूल

3 Likes · 4 Comments · 401 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
छिपी रहती है दिल की गहराइयों में ख़्वाहिशें,
छिपी रहती है दिल की गहराइयों में ख़्वाहिशें,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"गर्दिशों ने कहा, गर्दिशों से सुना।
*प्रणय प्रभात*
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
धन की खाई कमाई से भर जाएगी। वैचारिक कमी तो शिक्षा भी नहीं भर
Sanjay ' शून्य'
!! रे, मन !!
!! रे, मन !!
Chunnu Lal Gupta
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
गर सीरत की चाह हो तो लाना घर रिश्ता।
Taj Mohammad
बाजार
बाजार
surenderpal vaidya
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
छोड़ने वाले तो एक क्षण में छोड़ जाते हैं।
लक्ष्मी सिंह
*
*"परछाई"*
Shashi kala vyas
प्रेम!
प्रेम!
कविता झा ‘गीत’
मातृभाषा हिन्दी
मातृभाषा हिन्दी
ऋचा पाठक पंत
*हे हनुमंत प्रणाम : सुंदरकांड से प्रेरित आठ दोहे*
*हे हनुमंत प्रणाम : सुंदरकांड से प्रेरित आठ दोहे*
Ravi Prakash
निकला वीर पहाड़ चीर💐
निकला वीर पहाड़ चीर💐
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
.हिदायत
.हिदायत
shabina. Naaz
बीज
बीज
Dr.Priya Soni Khare
कूड़े के ढेर में
कूड़े के ढेर में
Dr fauzia Naseem shad
"वो"
Dr. Kishan tandon kranti
संसार का स्वरूप (2)
संसार का स्वरूप (2)
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
रोला छंद
रोला छंद
sushil sarna
3258.*पूर्णिका*
3258.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
🙏श्याम 🙏
🙏श्याम 🙏
Vandna thakur
मृत्युभोज
मृत्युभोज
अशोक कुमार ढोरिया
आजकल गजब का खेल चल रहा है
आजकल गजब का खेल चल रहा है
Harminder Kaur
अधूरा सफ़र
अधूरा सफ़र
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
प्रभु ने बनवाई रामसेतु माता सीता के खोने पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
"द्वंद"
Saransh Singh 'Priyam'
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
भजलो राम राम राम सिया राम राम राम प्यारे राम
Satyaveer vaishnav
मैं पागल नहीं कि
मैं पागल नहीं कि
gurudeenverma198
एकाकीपन
एकाकीपन
Shyam Sundar Subramanian
“परिंदे की अभिलाषा”
“परिंदे की अभिलाषा”
DrLakshman Jha Parimal
नफ़रतों की बर्फ़ दिल में अब पिघलनी चाहिए।
नफ़रतों की बर्फ़ दिल में अब पिघलनी चाहिए।
सत्य कुमार प्रेमी
Loading...