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7 Jan 2017 · 1 min read

* अंतर से *

मंथन मेरे मन में चल रहा आज अंतर से
वो क्योंकर दीवानी मेरी हुई आज अंतर से
उसके सहलाने से दर्द कब छूमंतर हो गया
दिल मचल गया जानने को उसे अंतर से।।
?मधुप बैरागी

Language: Hindi
258 Views
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