■ आज का शेर
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■ आज का शेर
अमृत और विष बाहर से ज़्यादा हमारे आपके अंदर है। अब यह हमारी अपनी सोच है कि हम किसे अपनाएं और किसे ठुकराये!
【प्रणय प्रभातG】
■ आज का शेर
अमृत और विष बाहर से ज़्यादा हमारे आपके अंदर है। अब यह हमारी अपनी सोच है कि हम किसे अपनाएं और किसे ठुकराये!
【प्रणय प्रभातG】