Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Oct 2016 · 1 min read

है खुमारी अभी’ हम पर चढ़ी’ तरुणाई की

है खुमारी अभी’ हम पर चढ़ी’ तरुणाई की
इसलिये भाती’ हमें बात भी’ तन्हाई की

चाहिये साथ तुम्हारा हमें’ जीवन भर का
बात मत करना’ कभी तुम सुनो’ रुसवाई की

हम दिखा देंगे’बढ़ा आगे’ कदम भी देखो
पर जरूरत है’ हमें हौसला’ अफजाई की

हाथ में हाथ लिए साथ चलो गर तुम तो
हो न परवाह हमें अपनी’ भी’परछाई की

जब कहा तुमने’ युगों का ये’ हमारा बंधन
कान में गूंज उठी थी धुन शहनाई की

डूबकर इसमें’ निकलना ही’ बड़ा है मुश्किल
‘अर्चना’ बात बड़ी प्यार में’ गहराई की

डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद (उ प्र )

2 Comments · 429 Views

Books from Dr Archana Gupta

You may also like:
*दही (कुंडलिया)*
*दही (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
परिस्थितियां
परिस्थितियां
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
भोजपुरी बिरह गीत
भोजपुरी बिरह गीत
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
✍️🌷तुम हक़ीक़त हो, अब फ़साना न बनो🌷✍️
✍️🌷तुम हक़ीक़त हो, अब फ़साना न बनो🌷✍️
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
" राज संग दीपावली "
Dr Meenu Poonia
जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर में कहां
जो बात तुझ में है, तेरी तस्वीर में कहां
Ram Krishan Rastogi
प्यार के लिए संघर्ष
प्यार के लिए संघर्ष
Shekhar Chandra Mitra
कहां तक चलना है,
कहां तक चलना है,
laxmivarma.lv
#justareminderekabodhbalak
#justareminderekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मौत की हक़ीक़त है
मौत की हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
उम्र का लिहाज
उम्र का लिहाज
Vijay kannauje
आरुणि की गुरुभक्ति
आरुणि की गुरुभक्ति
Dr. Pradeep Kumar Sharma
“ फेसबुक के दिग्गज ”
“ फेसबुक के दिग्गज ”
DrLakshman Jha Parimal
अगर फैसला मैं यह कर लूं
अगर फैसला मैं यह कर लूं
gurudeenverma198
पिता का आशीष
पिता का आशीष
Prabhudayal Raniwal
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
चढ़ती उम्र
चढ़ती उम्र
rkchaudhary2012
प्रेम
प्रेम
Saraswati Bajpai
Break-up
Break-up
Aashutosh Rajpoot
हे राघव अभिनन्दन है
हे राघव अभिनन्दन है
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
#लघु_कविता :-
#लघु_कविता :-
*Author प्रणय प्रभात*
ये बारिश के मोती
ये बारिश के मोती
Surinder blackpen
Life's beautiful moment
Life's beautiful moment
Buddha Prakash
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं...
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
बाजार से सब कुछ मिल जाता है,
बाजार से सब कुछ मिल जाता है,
Shubham Pandey (S P)
मुहब्बत  फूल  होती  है
मुहब्बत फूल होती है
shabina. Naaz
*सीमा*
*सीमा*
Dr Rajiv
अक्सर
अक्सर
Rashmi Sanjay
बोल हिन्दी बोल, हिन्दी बोल इण्डिया
बोल हिन्दी बोल, हिन्दी बोल इण्डिया
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
दिल से ना भूले हैं।
दिल से ना भूले हैं।
Taj Mohammad
Loading...