Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2023 · 1 min read

हाल-ए-दिल जब छुपा कर रखा, जाने कैसे तब खामोशी भी ये सुन जाती है, और दर्द लिए कराहे तो, चीखों को अनसुना कर मुँह फेर जाती है।

ये ज़िंदगी आस कुछ यूँ जगाती है, की राख बना मुझे उड़ा जाती है,
किनारा दिखा कर तूफानों में, साहिलों पर नाव डूबा जाती है।
उजड़े कारवाँ के मुसाफिरों को, घर की दीवारें दिखती है,
फिर उस घर को खंडहरों में तब्दील कर, कारवाओं में भी तन्हा छोड़ जाती है।
हाल-ए-दिल जब छुपा कर रखा, जाने कैसे तब खामोशी भी ये सुन जाती है,
और दर्द लिए कराहे तो, चीखों को अनसुना कर मुँह फेर जाती है।
दफ़्न हुई लाश को साँसें दे, उसे नए जीवन की रौशनी से मिलवाती है,
फिर अन्धकार भरी खाई में धकेल, कब्र पर उसके नाम कोई और लिख जाती है।
ठेस रूह पर हमारे लगाकर, गुनहगार भी हमें हीं ठहराती है,
तकदीर में मिलान की लकीरें दिखा कर, बिछड़ने का इतिहास हमें सुनाती है।
सपनों को नए रंगों की उड़ान देकर, आसमां की ऊँचाइयों पर ले जाती है,
फिर आँखों से यूँ नींदें चुराती है, की जमीं के एक टुकड़े के लिए हर धड़कन को तरसाती है।

56 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.

Books from Manisha Manjari

You may also like:
जिन्दगी शम्मा सी रोशन हो खुदाया मेरे
जिन्दगी शम्मा सी रोशन हो खुदाया मेरे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
यादें
यादें
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
तुम दोषी हो?
तुम दोषी हो?
Dr. Girish Chandra Agarwal
#सबक जिंदगी से #
#सबक जिंदगी से #
Ram Babu Mandal
कस्ती धीरे-धीरे चल रही है
कस्ती धीरे-धीरे चल रही है
कवि दीपक बवेजा
An Analysis of All Discovery & Development
An Analysis of All Discovery & Development
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Gairo ko sawarne me khuch aise
Gairo ko sawarne me khuch aise
Sakshi Tripathi
💐प्रेम कौतुक-452💐
💐प्रेम कौतुक-452💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
अपनों के खो जाने के बाद....
अपनों के खो जाने के बाद....
Jyoti Khari
मेरी धुन में, तेरी याद,
मेरी धुन में, तेरी याद,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
हिंदी जन-जन की भाषा
हिंदी जन-जन की भाषा
Dr. Sunita Singh
कुदरत
कुदरत
manisha
नफ़रत के सौदागर
नफ़रत के सौदागर
Shekhar Chandra Mitra
कुछ मुक्तक...
कुछ मुक्तक...
डॉ.सीमा अग्रवाल
कर दिया उम्र में
कर दिया उम्र में
Dr fauzia Naseem shad
मैं किताब हूँ
मैं किताब हूँ
Arti Bhadauria
# मंजिल के राही
# मंजिल के राही
Rahul yadav
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सीमवा पे डटल हवे, हमरे भैय्या फ़ौजी
सीमवा पे डटल हवे, हमरे भैय्या फ़ौजी
Er.Navaneet R Shandily
"रफ-कॉपी"
Dr. Kishan tandon kranti
कहानी *
कहानी *"ममता"* पार्ट-5 लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत।
Radhakishan Mundhra
कुल्हड़ वाली चाय (तीन कुंडलियाँ)
कुल्हड़ वाली चाय (तीन कुंडलियाँ)
Ravi Prakash
उपदेश से तृप्त किया ।
उपदेश से तृप्त किया ।
Buddha Prakash
■ 100% तौहीन...
■ 100% तौहीन...
*Author प्रणय प्रभात*
भ्रम जाल
भ्रम जाल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
सफर में महोब्बत
सफर में महोब्बत
Anil chobisa
अटल
अटल
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
बादल  खुशबू फूल  हवा  में
बादल खुशबू फूल हवा में
shabina. Naaz
जिन्दगी है बगावत तो खुलकर कीजिए।
जिन्दगी है बगावत तो खुलकर कीजिए।
Ashwini sharma
आंखों में
आंखों में
Surinder blackpen
Loading...