“हर रास्ते में फूलों से ना होगा सामना
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“हर रास्ते में फूलों से ना होगा सामना
राहों में यहाँ कांटो के मंजर भी आएंगे !
हाथ बढ़ाएंगे लोग दुनिया में तुम्हारा
पीठ पीछे कुछ तेरे खंजर भी आएंगे “!!
कवि दीपक सरल
“हर रास्ते में फूलों से ना होगा सामना
राहों में यहाँ कांटो के मंजर भी आएंगे !
हाथ बढ़ाएंगे लोग दुनिया में तुम्हारा
पीठ पीछे कुछ तेरे खंजर भी आएंगे “!!
कवि दीपक सरल