Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2021 · 2 min read

स्टोरी(स्टेटस)

व्हट्सअप्प,एफबी के स्टेटस की भी अब अपनी महत्ता होने लगी है हालांकि मैं बहुतख़ास या कुछेक लोगों के स्टेट्स देखता हूं इसका प्रमुख कारण मेरा यहां बहुत अल्प समय बीताना हो सकता है पर मैं अपने एक जानने वाले बंधु का स्टेटस कुछ दिनों से देख रहा हूं वो विचित्र मुद्राओं से लवरेज होता है जिनका पहले सटेट्स किसी आलिंग्नबद्ध युगल का होता था जो प्रसन्न मुद्रा में करपाश होते थे जिनके चेहरे हंसते चहकते प्रेमालाप में व्यस्त दिखते थे पर अब किसी कठोर चरित्र या क्रुद्ध व्यक्तित्व वाले दिखते हैं यही नहीं उन्हीं बंधु की प्रेयसी भी मेरी सम्पर्क पंक्ति में है जो मेरी भी जानकार है पर देखता हूं कि उनका संप्रेषण चिह्न भी मिलता जुलता है मित्र से वार्तालाप की पता चला कि बंधु का प्रेयसी से अनबन है और कई दिनों से उनके मध्य कोई सम्पर्क नहीं हुआ मुझे समझने में अधिक समय नहीं लगा कि उन लोगों का शीतयुद्ध चल रहा है और जिसकी अभिव्यक्ति व्हट्सअप्प,एफबी के स्टेट्स के जरिये की जा रही है।इन स्टेट्स चिह्नों मेंअजब कलात्मकता है कोई व्यंग्य कर रहा है तो कोई गुस्सा दिखा रहा है कोई नाराज़गी ज़ाहिर करता है तो कोई मचल रहा है इन सबके अलावा इन दोनों के अजीब गरीब चित्र कभी मुहं फुलाए तो कभी विषाद भरे कभी क्रोधित तो कभी सामने वाले की खिल्ली उड़ाते हुए बदलते रहते हैं। लगता है इनका वार्तालाप जल्द समाप्त होने वाला नहीं पर वो दोनों मेरा स्टेट्स देखते है यह सोचकर मैंने यह लघु लेख ईज़ाद किया है ताकि उन दोनों के अंतरंग संबंधों में बहुत जल्द सुधार हो।

मनोज शर्मा

Language: Hindi
Tag: लेख
130 Views
You may also like:
जो माता पिता के आंखों में आसूं लाए,
जो माता पिता के आंखों में आसूं लाए,
ओनिका सेतिया 'अनु '
*** तेरी पनाह.....!!! ***
*** तेरी पनाह.....!!! ***
VEDANTA PATEL
चलती है जिन्दगी
चलती है जिन्दगी
डॉ. शिव लहरी
दास्तां-ए-दर्द
दास्तां-ए-दर्द
Seema 'Tu hai na'
*धनिक को देखिए धन के नशे में चूर रहते हैं (मुक्तक)*
*धनिक को देखिए धन के नशे में चूर रहते हैं...
Ravi Prakash
✍️कुछ दबी अनकही सी बात
✍️कुछ दबी अनकही सी बात
'अशांत' शेखर
वीरगति
वीरगति
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
राम नाम की धूम
राम नाम की धूम
surenderpal vaidya
होती है अंतहीन
होती है अंतहीन
Dr fauzia Naseem shad
"विचित्र संसार"
Dr. Kishan tandon kranti
श्रृंगार करें मां दुल्हन सी, ऐसा अप्रतिम अपरूप लिए
श्रृंगार करें मां दुल्हन सी, ऐसा अप्रतिम अपरूप लिए
Er.Navaneet R Shandily
■ लघुकथा
■ लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
वीर साहिबजादे
वीर साहिबजादे
मनोज कर्ण
प्यार है तो सब है
प्यार है तो सब है
Shekhar Chandra Mitra
💐अज्ञात के प्रति-37💐
💐अज्ञात के प्रति-37💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मैं तुझमें तू मुझमें
मैं तुझमें तू मुझमें
Varun Singh Gautam
मेरी है बड़ाई नहीं
मेरी है बड़ाई नहीं
Satish Srijan
किरदार
किरदार
SAGAR
श्री राजा राम राज्य रामायण
श्री राजा राम राज्य रामायण
अरविन्द व्यास
वादा करके चले गए
वादा करके चले गए
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नवगीत
नवगीत
Mahendra Narayan
रिश्ते-नाते गौण हैं, अर्थ खोय परिवार
रिश्ते-नाते गौण हैं, अर्थ खोय परिवार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चाहत
चाहत
Shyam Sundar Subramanian
धन्वंतरि पूजा
धन्वंतरि पूजा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
! ! बेटी की विदाई ! !
! ! बेटी की विदाई ! !
Surya Barman
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
माना कि तेरे प्यार के काबिल नही हूं मैं
माना कि तेरे प्यार के काबिल नही हूं मैं
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता,
बेवफा मैं कहूँ कैसे उसको बता,
Arvind trivedi
गज़ल सुलेमानी
गज़ल सुलेमानी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
ज़िंदगी के सारे पृष्ठ
Ranjana Verma
Loading...