क्रोधावेग और प्रेमातिरेक पर सुभाषित / MUSAFIR BAITHA
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एक मनुष्य द्वारा क्रोधावेग और प्रेमातिरेक की चपेट में आने के समय व्यक्त की गई भावनाओं में तटस्थ पर्यवेक्षण और निष्कर्ष पाने की संभावना अत्यंत क्षीण होती है।
~ डा. मुसाफ़िर बैठा
एक मनुष्य द्वारा क्रोधावेग और प्रेमातिरेक की चपेट में आने के समय व्यक्त की गई भावनाओं में तटस्थ पर्यवेक्षण और निष्कर्ष पाने की संभावना अत्यंत क्षीण होती है।
~ डा. मुसाफ़िर बैठा