तरुण वह जो भाल पर लिख दे विजय।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ज़रा सी देर में सूरज निकलने वाला है
Dr. Sunita Singh
बुढ़ापे में अभी भी मजे लेता हूं
Ram Krishan Rastogi
आखिर क्यों... ऐसा होता हैं
Dr. Alpa H. Amin
तेरे दिल में कोई साजिश तो नहीं
Krishan Singh
वेदों की जननी... नमन तुझे,
मनोज कर्ण
【10】 ** खिलौने बच्चों का संसार **
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
शायरी ने बर्बाद कर दिया |
Dheerendra Panchal
प्रेमानुभूति भाग-1 'प्रेम वियोगी ना जीवे, जीवे तो बौरा होई।’
पंकज 'प्रखर'
पिता है मेरे रगो के अंदर।
Taj Mohammad