Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Jan 2023 · 1 min read

सन २०२३ की मंगल कामनाएं

क्षण क्षण क्षरण हो रहा समय,पल पल वीत रहा है
विक्रम शक निर्वाण सालदर,संवत वीत रहा है
बंगला हिजरी ईसा सन,साथ समय के वीत रहा
घड़ी प़हर दिन मास साल , जीवन रीत रहा है
खोजें अंतस में स्वयं को, कैसे जीवन वीत रहा है
सम और विषम परिस्थिति में, स्वधर्म ही मेरा जीत रहा है
इक्कीसवीं सदी का बर्ष बाइसबां, घड़ी विदा की आई
च्वाइस पूरी करने को,सन तेईस की मंगल वेला आई
नहीं निरर्थक जाए साल,सबको शुभ हो जाए
सार्थक हो जीवन सबका, दुनिया का मंगल हो जाए
सन २०२३ मंगल कामनाएं सभी को सादर अभिवादन 🙏🎉

Language: Hindi
1 Like · 41 Views

Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी

You may also like:
✍️गूगल है...
✍️गूगल है...
'अशांत' शेखर
Jindagi ka safar bada nirala hai ,
Jindagi ka safar bada nirala hai ,
Sakshi Tripathi
ਦਿਲ ਦਾ ਗੁਲਾਬ
ਦਿਲ ਦਾ ਗੁਲਾਬ
Surinder blackpen
Divine's prayer
Divine's prayer
Buddha Prakash
पहले की भारतीय सेना
पहले की भारतीय सेना
Satish Srijan
सट्टेबाज़ों से
सट्टेबाज़ों से
Suraj kushwaha
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
जीवन-जीवन होता है
जीवन-जीवन होता है
Dr fauzia Naseem shad
आरजू
आरजू
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
सुनील कुमार
अश्रुपात्र A glass of tears भाग 9
अश्रुपात्र A glass of tears भाग 9
Dr. Meenakshi Sharma
खुद से ही बातें कर लेता हूं , तुम्हारी
खुद से ही बातें कर लेता हूं , तुम्हारी
श्याम सिंह बिष्ट
"वाह रे जमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
पूछता है भारत
पूछता है भारत
Shekhar Chandra Mitra
💐अज्ञात के प्रति-109💐
💐अज्ञात के प्रति-109💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ये सच है कि उनके सहारे लिए
ये सच है कि उनके सहारे लिए
हरवंश हृदय
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा
आने वाला कल दुनिया में, मुसीबतों का कल होगा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
गर्दभ जी (बाल कविता)
गर्दभ जी (बाल कविता)
Ravi Prakash
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
भैंस के आगे बीन बजाना
भैंस के आगे बीन बजाना
Vishnu Prasad 'panchotiya'
■ आज_की_बड़ी_उपलब्धि
■ आज_की_बड़ी_उपलब्धि
*Author प्रणय प्रभात*
🚩अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
🚩अमर काव्य हर हृदय को, दे सद्ज्ञान-प्रकाश
Pt. Brajesh Kumar Nayak
वक्त का लिहाज़
वक्त का लिहाज़
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
जिंदगी है खाली गागर देख लो।
सत्य कुमार प्रेमी
कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर)
कौन बचेगा इस धरती पर..... (विश्व प्रकृति दिवस, 03 अक्टूबर)
डॉ.सीमा अग्रवाल
# महुआ के फूल ......
# महुआ के फूल ......
Chinta netam " मन "
बड़ा अखरता है मुझे कभी कभी
बड़ा अखरता है मुझे कभी कभी
ruby kumari
अभी अभी की बात है
अभी अभी की बात है
कवि दीपक बवेजा
जय अग्रसेन महाराज
जय अग्रसेन महाराज
Dr Archana Gupta
खुशी बेहिसाब
खुशी बेहिसाब
shabina. Naaz
Loading...