सत्यं शिवम सुंदरम!!
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/ae7d4b096a4f84efdb90340ac53bed1a_53f70d3d3f2438201426b2a439a77cce_600.jpg)
सत्य को जानना चाहते हो ,
सत्य को पहचानना चाहते हो ,
तो सत्य को स्वीकार करना होगा ।
सत्य कठोर होता है ,
सत्य निष्ठुर होता है ,
परंतु ग्रहण करना होगा ।
सत्य सुंदर होता है ,
सत्य शिवम भी होता है ,
उसे पूजना भी होगा ।
और आदर भी करना होगा ।
क्या तुममें है इतना साहस ?
क्या तुममें है इतना सामर्थ्य ?
क्या तुममें है इतनी सहनशीलता ?
की सत्य को जीवन में आत्मसात कर सको,
तो तुम सत्य की ओर अग्रसर हो सकते हो ।