शीर्षक – संगीत
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शीर्षक – संगीत
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संगीत तो मन की खुशी होती हैं।
तेरी मेरी चाहत की बात होती हैं।
जीवन में संगीत एक सच होता हैं।
गम और खुशी अलग संगीत होता हैं।
तेरी यादों में खोए हम संगीत सुनते हैं।
आज कल का संगीत बस सुनते हैं।
कुछ तराने और संगीत याद रहते हैं।
संगीत ही हम सबका ध्यान होता हैं।
आधुनिक समय में संगीत ही मान होता हैं।
हां सुख दुःख में संगीत का सहयोग होता हैं।
हां सच खुशियों में संगीत मस्त होता हैं।
संगीत और हम सब जीवन में जीते हैं।
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नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र