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3 Feb 2017 · 1 min read

शायरी

हमारी वफा से वो न कर सके बेवफाई
शायद मोहोबात अब उनकी समझ में आयी
इक शक को लगा के सीने से न जाने किस
बात पर सच्चे प्यार पर यूं ऊँगली उठाई !!

तुम्हारी दोस्ती ने आज समझाया है सब को
की दोस्त बना के रखना , कभी दूर न जाना
तिनका भी पड़ा हुआ जमीन पर, कभी
न कभी इंसान के काम आ ही जाता है !!

अजीत
मेरठ

Language: Hindi
Tag: शेर
217 Views

Books from गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार

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