Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Aug 2016 · 1 min read

लाडले देवर की प्यारी भाभी

आनंद रस में गोता लगाकर पूरी मस्ती में ताज़ी तैयार कविता का आनंद ले

*लाडले देवर की प्यारी भाभी *

देवर नन्द को जो रखती राजी
ऐसी है मेरी सबसे प्यारी भाभी
सुबह से जो भाई में भरती चाबी
ऊर्जा की ऐसी उमंग है भाभी
सास को हरपल कहे जो माँ जी
ऐसी चुस्त फुर्तीली है मेरी भाभी
खाकर खाना, सभी कहें वाह जी
ऐसी आई प्रशिक्षित , माईके से मेरी भाभी
मेरी हर बात पर कहे जो हांजी
ऐसी है घर की लाड़ली मेरी भाभी
शुभ मुहूर्त में करके भईया से शादी
आई मेरे घर बहुत प्यारी भाभी

एक काल्पनिक देवर की काल्पनिक भाभी कोई भी अपनी भाभी को सम्बोधित कर सकता है ।
*आपको आनंदित करने के प्रयास में आपका ©कृष्ण मलिक अम्बाला
30.05.2016

Language: Hindi
4 Likes · 8 Comments · 32402 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to get all the exciting updates about our writing competitions, latest published books, author interviews and much more, directly on your phone.
Books from कृष्ण मलिक अम्बाला
View all
You may also like:
तुम्हारी शोख़ अदाएं
तुम्हारी शोख़ अदाएं
VINOD KUMAR CHAUHAN
■ सामयिक सवाल /- दोषी आख़िर कौन...?
■ सामयिक सवाल /- दोषी आख़िर कौन...?
*Author प्रणय प्रभात*
वो लोग....
वो लोग....
Sapna K S
चले आओ तुम्हारी ही कमी है।
चले आओ तुम्हारी ही कमी है।
सत्य कुमार प्रेमी
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
जहांँ कुछ भी नहीं दिखता ..!
Ranjana Verma
' प्यार करने मैदान में उतरा तो नही जीत पाऊंगा' ❤️
' प्यार करने मैदान में उतरा तो नही जीत पाऊंगा' ❤️
Rohit yadav
मछली जलपरी
मछली जलपरी
Buddha Prakash
*सबको नया साल शुभ हो(मुक्तक)*
*सबको नया साल शुभ हो(मुक्तक)*
Ravi Prakash
बखान सका है कौन
बखान सका है कौन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं
तुझे अपने दिल में बसाना चाहती हूं
Ram Krishan Rastogi
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
हमारी आजादी हमारा गणतन्त्र : ताल-बेताल / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
ऐ आसमां ना इतरा खुद पर
शिव प्रताप लोधी
*नया साल*
*नया साल*
Dushyant Kumar
ग़ज़ल _रखोगे कब तलक जिंदा....
ग़ज़ल _रखोगे कब तलक जिंदा....
शायर देव मेहरानियां
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
✍️गहरी बात✍️
✍️गहरी बात✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
मनुआँ काला, भैंस-सा
मनुआँ काला, भैंस-सा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ज़ुदा हैं रास्ते अपने,
ज़ुदा हैं रास्ते अपने,
Rashmi Sanjay
✍️लौटा हि दूँगा...✍️
✍️लौटा हि दूँगा...✍️
'अशांत' शेखर
मै ठंठन गोपाल
मै ठंठन गोपाल
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
चंद सिक्के उम्मीदों के डाल गुल्लक में
चंद सिक्के उम्मीदों के डाल गुल्लक में
सिद्धार्थ गोरखपुरी
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
एक प्रश्न
एक प्रश्न
komalagrawal750
मेरी नन्ही परी।
मेरी नन्ही परी।
लक्ष्मी सिंह
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
मत हवा दो आग को घर तुम्हारा भी जलाएगी
Er. Sanjay Shrivastava
ऐ ज़िन्दगी ..
ऐ ज़िन्दगी ..
Dr. Seema Varma
मृत्यु... (एक अटल सत्य )
मृत्यु... (एक अटल सत्य )
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
*बदलना और मिटना*
*बदलना और मिटना*
Sûrëkhâ Rãthí
फरियाद
फरियाद
Anamika Singh
Loading...