रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
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रामलला के विग्रह की जब, भव में प्राण प्रतिष्ठा होगी।
राम-नाम अधरों पर होगा, राम-नाम में निष्ठा होगी।
लूट मचेगी राम-नाम की, राम-नाम की ईप्सा होगी।
राजा राम बनें अग-जग के, मन सबके यह लिप्सा होगी।
-डॉ. सीमा अग्रवाल
मुरादाबाद ( उत्तर प्रदेश )