*रंगमंच पर देर न लगती (गीत)*

*रंगमंच पर देर न लगती (गीत)*
_____________________________
रंगमंच पर देर न लगती, पर्दा गिर जाने में
(1)
जन्म-दिवस खुशियॉं लाता है, सच जाना-पहचाना
वर्षगॉंठ का अर्थ आयु का, किंतु वर्ष घट जाना
व्यस्त रात-दिन काल चॉंदनी, कुतर-कुतर खाने में
(2)
नियम सृष्टि का हमें बताता, यह जीवन नश्वर है
भला किसी ने कब पाया, तन शाश्वत अजर अमर है
अर्थ नहीं जग में कुछ खोने, अथवा कुछ पाने में
(3)
एक मुसाफिर-जैसी यात्रा, जग में राही करता
कभी सेठ तो कभी भिकारी, बन कर रहा विचरता
हर्ष-विषाद रहे जीवन-भर, साथी बहलाने में
रंगमंच पर देर न लगती, पर्दा गिर जाने में
———————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451