Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2017 · 1 min read

मैं हूँ एक फूल सुर्ख गुलाब

??????
मैं हूँ एक फूल सुर्ख गुलाब।
जिधर से भी मैं गुजरूँ,
छोड़ जाऊँ खुश्बू बेहिसाब।
??
मेरा जीवन काँटों की चुभन,
चेहरा खिला मुस्कुराता गुलाब।
मेरे अंग-अंग में सुन्दरता,
तन में कोमलता नाजुक-सी गुलाब।
मैं हूँ….
??
मेरी चेहरे की सादगी जैसे,
सुबह की खिली ताजी सफेद गुलाब।
ओस की बूंद से भींगे लब जैसे,
हो दो पंखुड़ियाँ गुलाबी गुलाब।
मैं हूँ……
??
मेरी बातें गुलाब की खुश्बू,
गाल दहके सुर्ख लाल गुलाब।
मेरे नीले नशीले दो नयन जैसे,
हो दो नीला – नीला गुलाब।
मैं हूँ……
??
मेरे काले से घने बाल जैसे,
हो हरा-हरा और काला गुलाब।
अपने दुश्मनों से भी मिलती हूँ,
मैं हाथ में लेकर एक पीला गुलाब।
मैं हूँ…..
??
मैं हूँ एक फूल सुर्ख गुलाब,
जिधर से भी मैं गुजरूँ,
छोड़ जाऊँ खुश्बू बेहिसाब।
????—लक्ष्मी सिंह ?☺

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 525 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
"दिल चाहता है"
Pushpraj Anant
"पहले मुझे लगता था कि मैं बिका नही इसलिए सस्ता हूँ
गुमनाम 'बाबा'
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
सुख भी चुभते हैं कभी, दुखते सदा न दर्द।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हौंसले को समेट कर मेघ बन
हौंसले को समेट कर मेघ बन
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
सूरत से यूं बरसते हैं अंगारें कि जैसे..
Shweta Soni
जो नि: स्वार्थ है
जो नि: स्वार्थ है
Mahetaru madhukar
यादों को याद करें कितना ?
यादों को याद करें कितना ?
The_dk_poetry
"उसे पाने की ख़ातिर....."
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
ग़ज़ल _ बादल घुमड़ के आते , ⛈️
Neelofar Khan
"सत्य"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़ेहन से
ज़ेहन से
हिमांशु Kulshrestha
सैलाब .....
सैलाब .....
sushil sarna
3200.*पूर्णिका*
3200.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
स्त्री
स्त्री
Dinesh Kumar Gangwar
अदाकारियां
अदाकारियां
Surinder blackpen
अनुभव एक ताबीज है
अनुभव एक ताबीज है
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
*** तस्वीर....! ***
*** तस्वीर....! ***
VEDANTA PATEL
ज़िंदगी का दस्तूर
ज़िंदगी का दस्तूर
Shyam Sundar Subramanian
मेरी चाहत
मेरी चाहत
Namrata Sona
मेरे ख्वाब ।
मेरे ख्वाब ।
Sonit Parjapati
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
अपना घर
अपना घर
ओंकार मिश्र
सडा फल
सडा फल
Karuna Goswami
कजरी (वर्षा-गीत)
कजरी (वर्षा-गीत)
Shekhar Chandra Mitra
*कुंडलिया कुसुम: वास्तव में एक राष्ट्रीय साझा कुंडलिया संकलन
*कुंडलिया कुसुम: वास्तव में एक राष्ट्रीय साझा कुंडलिया संकलन
Ravi Prakash
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
ज़िंदगी मोजिज़ा नहीं
ज़िंदगी मोजिज़ा नहीं
Dr fauzia Naseem shad
आशा
आशा
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
मैं और वो
मैं और वो
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
Loading...