Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Feb 2017 · 1 min read

मैं कितना दूर आ चुका हूँ।

वो झरने की झर झर
नदियों की कल कल
झील औऱ सागर की लहरें
वो बारिश की रिमझिम
खेत खलियानों की किलकारियां
बागों में वो बहारें
फूल पत्तों की कलाकारियां
वो पनघट औऱ रहट की चीखें
आसमान मे कांव कांव
वो पीपल के छाव से
आज मैं कितना दूर आ चुका हूँ।

Language: Hindi
266 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

3185.*पूर्णिका*
3185.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
रंग विरंगी नाँव
रंग विरंगी नाँव
Dr. Vaishali Verma
टुकड़ों-टुकड़ों में बॅंटी है दोस्ती...
टुकड़ों-टुकड़ों में बॅंटी है दोस्ती...
Ajit Kumar "Karn"
मर्यादा, संघर्ष और ईमानदारी,
मर्यादा, संघर्ष और ईमानदारी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बेटी का बाप हूँ न
बेटी का बाप हूँ न
Suryakant Dwivedi
*आदत*
*आदत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दोहे
दोहे
आर.एस. 'प्रीतम'
दिल के एहसास में जब कोई कमी रहती है
दिल के एहसास में जब कोई कमी रहती है
Dr fauzia Naseem shad
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
Shweta Soni
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
दोहा सप्तक. . . . . दौलत
sushil sarna
शीर्षक -सावन में हरियाली!
शीर्षक -सावन में हरियाली!
Sushma Singh
बहुत तरासती है यह दुनिया जौहरी की तरह
बहुत तरासती है यह दुनिया जौहरी की तरह
VINOD CHAUHAN
हे मन
हे मन
goutam shaw
तुम साधना हो
तुम साधना हो
Pratibha Pandey
यक्षिणी-8
यक्षिणी-8
Dr MusafiR BaithA
*खीलों से पूजन हुआ, दीपावली विशेष (कुंडलिया)*
*खीलों से पूजन हुआ, दीपावली विशेष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
"शरीर सुंदर हो या ना हो पर
Ranjeet kumar patre
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
छंटेगा तम सूरज निकलेगा
Dheerja Sharma
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
■ आज़ाद भारत के दूसरे पटेल।
*प्रणय*
माँ।
माँ।
Dr Archana Gupta
वीकेंड
वीकेंड
Mukesh Kumar Sonkar
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है...
मुहब्बत इम्तिहाँ लेती है...
Sunil Suman
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
माँ i love you ❤ 🤰
माँ i love you ❤ 🤰
Swara Kumari arya
कटहर मटन।
कटहर मटन।
Acharya Rama Nand Mandal
"बस्तर हाट"
Dr. Kishan tandon kranti
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
तेवरीः जन-अनुभूतियों का प्रसव + अरुण लहरी
तेवरीः जन-अनुभूतियों का प्रसव + अरुण लहरी
कवि रमेशराज
कवियों की कैसे हो होली
कवियों की कैसे हो होली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
Loading...