माँ से बढ़कर नहीं है कोई
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माँ से बढ़कर नही है कोई ,
माँ को नमन करें सब ईश।
माँ ही लक्ष्मी, दुर्गा, सरस्वती,
माँ में समाए है जगदीश।।
माँ धरती पर स्वर्ग है,
माँ पुण्य कर्मो का प्रसाद।
धरती के सब सुख फीके,
यदि सुनाई न दे माँ की नाद।।
माँ का हर पल सम्मान करें,
माँ की ममता है अनमोल।
जिनको मिला न माँ का प्यार,
उनसे पूछो ममता का मोल।।