Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jan 2023 · 1 min read

महव ए सफ़र ( Mahv E Safar )

महव ए सफ़र –

उनकी चाहत के…. असर में रहते हैं ।
वो नादाँ…. महव ए सफ़र में रहते हैं ।।

हम जानते हैं… अदब की अहमियत ।
हमारे मिसरे.. हमेशा बहर में रहते हैं ।।

वो करते हैं अक्सर अनदेखा हमको ।
शाम ओ सहर जो मेरी नज़र में रहते हैं ।।

इश्क़ को समझ रहे खेल गुड्डे-गुड़ियों का ।
कौन हैं वो ?……..कौनसे दहर में रहते हैं ।।

सबसे छिपा कर रक्ख़ा था “काज़ी ” उनको ।
सिर्फ़ ओ सिर्फ़ मिरे दिलो-जिगर में रहते हैं ।।

©डॉक्टर वासिफ़ काज़ी , इंदौर
©काज़ीकीक़लम
28/3/2 , अहिल्या पल्टन , इकबाल कालोनी
इंदौर , मध्यप्रदेश

84 Views
You may also like:
🎂जन्मदिन की अनंत शुभकामनाये🎂
🎂जन्मदिन की अनंत शुभकामनाये🎂
Dr Manju Saini
■ बदलते रिवाज़.....
■ बदलते रिवाज़.....
*Author प्रणय प्रभात*
तितली तेरे पंख
तितली तेरे पंख
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
नीति अनैतिकता को देखा तो,
नीति अनैतिकता को देखा तो,
Er.Navaneet R Shandily
वो कत्ल कर दिए,
वो कत्ल कर दिए,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
💐प्रेम कौतुक-347💐
💐प्रेम कौतुक-347💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
ज़िंदा हो ,ज़िंदगी का कुछ तो सबूत दो।
ज़िंदा हो ,ज़िंदगी का कुछ तो सबूत दो।
Khem Kiran Saini
गुमनाम ही रहने दो
गुमनाम ही रहने दो
VINOD KUMAR CHAUHAN
एक हकीक़त
एक हकीक़त
Ray's Gupta
कुदरत से हम सीख रहे हैं, कैसा हमको बनना
कुदरत से हम सीख रहे हैं, कैसा हमको बनना
Dr Archana Gupta
अंतरिक्ष
अंतरिक्ष
Saraswati Bajpai
मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें
मंगलमय हो भाई दूज, बहिन बेटियां सुखी रहें
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
राष्ट्रप्रेम
राष्ट्रप्रेम
Dr. Pradeep Kumar Sharma
शिक्षा मनुष्य के विकास की परवाह करता है,
शिक्षा मनुष्य के विकास की परवाह करता है,
Buddha Prakash
उजड़ी हुई बगिया
उजड़ी हुई बगिया
Shekhar Chandra Mitra
शिकवा नहीं है कोई शिकायत भी नही तुमसे।
शिकवा नहीं है कोई शिकायत भी नही तुमसे।
Taj Mohammad
चंदू और बकरी चाँदनी
चंदू और बकरी चाँदनी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बहकी बहकी बातें करना
बहकी बहकी बातें करना
Surinder blackpen
तुम  में  और  हम  में
तुम में और हम में
shabina. Naaz
वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे...,
वक्त के रूप में हम बदल जायेंगे...,
कवि दीपक बवेजा
मंदिर का पत्थर
मंदिर का पत्थर
Deepak Kohli
थैला
थैला
Satish Srijan
नारी रखे है पालना l
नारी रखे है पालना l
अरविन्द व्यास
In the end
In the end
Vandana maurya
*युद्ध का आधार होता है 【मुक्तक】*
*युद्ध का आधार होता है 【मुक्तक】*
Ravi Prakash
नारी
नारी
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
गुमराह होने के लिए, हम निकल दिए ,
गुमराह होने के लिए, हम निकल दिए ,
Smriti Singh
याद-ए-माज़ी
याद-ए-माज़ी
Dr fauzia Naseem shad
दर्द
दर्द
Rekha Drolia
Loading...