भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/8f425f6443a28818d97fd8f06c4dff96_8ffb7df7983ca8b85ee321a454461998_600.jpg)
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
गूंज उठे आवाज़ तुम्हारी , तुम गूंगो की आवाज बनो
जग को रोशन करने वाला एक अकेला सूरज है….
तुम भी दिया जला करके घर- घर की तुम साज़ बनो
✍️कवि दीपक सरल
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
गूंज उठे आवाज़ तुम्हारी , तुम गूंगो की आवाज बनो
जग को रोशन करने वाला एक अकेला सूरज है….
तुम भी दिया जला करके घर- घर की तुम साज़ बनो
✍️कवि दीपक सरल