Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2023 · 1 min read

बाल्यकाल (मैथिली भाषा)

छलैह एकटा जमाना,
खुशीक नहि कुनू ठिगाना,
चन्दामामा तर जेबाक चाहना,
मुदा टाँट पर बैसल टिकुलीक दिवाना,
आहा, बाल्यकाल बहुत सुहाना ।१।

कर्चीक छडि बनाना,
मास्टरजीक टेस्ट अपने पर करबाना,
पाटी पर कारिख लगाना,
पत्थरखडी सँ कख–कबिरकान लिखना,
पढाईसँ बेसी खेलकूदक दिवाना ,
आहा, बाल्यकाल बहुत सुहाना ।२।

गोरहा खेतमे महिस चराना,
जलखोइ–कलौह भैंसबारेसंगैह खाना,
गुल्ली–डन्डी खुब खेलना,
चौपायाक ओगरबाहीमें मन लगाना,
इस्कुल जेबाक नहि चाहना,
आहा , बाल्यकाल बहुत सुहाना ।३।

पठरु, बच्छरुसंग खेलना,
आनक खेतसँ धान नोइचके लाना,
अगहायत धरि खुआबैत रहना,
कूदफान खुब करना,
टिसन नहि जेबाक अनेक बहाना।४।

Language: Maithili
1 Like · 99 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
💐प्रेम कौतुक-354💐
💐प्रेम कौतुक-354💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कविता
कविता
Vandana Namdev
More important than 'what to do' is to know 'what not to do'.
More important than 'what to do' is to know 'what not to do'.
Dr. Rajiv
ओ माँ... पतित-पावनी....
ओ माँ... पतित-पावनी....
Santosh Soni
*खुशी उसकी मनाने से (मुक्तक)*
*खुशी उसकी मनाने से (मुक्तक)*
Ravi Prakash
# लोकतंत्र .....
# लोकतंत्र .....
Chinta netam " मन "
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
ए जिंदगी तू सहज या दुर्गम कविता
Shyam Pandey
दीवानी मीरा
दीवानी मीरा
Shekhar Chandra Mitra
हौसला
हौसला
Sanjay
दुख से बचने का एक ही उपाय है
दुख से बचने का एक ही उपाय है
ruby kumari
बढ़े चलो ऐ नौजवान
बढ़े चलो ऐ नौजवान
नेताम आर सी
Sannato me shor bhar de
Sannato me shor bhar de
Sakshi Tripathi
लौटना मुश्किल होता है
लौटना मुश्किल होता है
Saraswati Bajpai
असतो मा सद्गमय
असतो मा सद्गमय
Kanchan Khanna
न
न "लाइटर", न "फ़ाइटर।"
*Author प्रणय प्रभात*
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
प्यार है रब की इनायत या इबादत क्या है।
सत्य कुमार प्रेमी
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
भले उधार सही
भले उधार सही
Satish Srijan
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
मरने से पहले ख्वाहिश जो पूछे कोई
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
मेरी बेटियाँ और उनके आँसू
DESH RAJ
अपनी पीर बताते क्यों
अपनी पीर बताते क्यों
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
*जातिवाद का खण्डन*
*जातिवाद का खण्डन*
Dushyant Kumar
माना के वो वहम था,
माना के वो वहम था,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
क्यों कहते हो प्रवाह नहीं है
सूर्यकांत द्विवेदी
भारत के बीर सपूत
भारत के बीर सपूत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
अपने किरदार को किसी से कम आकना ठीक नहीं है .....
कवि दीपक बवेजा
"सूत्र"
Dr. Kishan tandon kranti
मजबूरी तो नहीं
मजबूरी तो नहीं
Mahesh Tiwari 'Ayen'
नया सवेरा
नया सवेरा
नन्दलाल सुथार "राही"
ऐ मौत
ऐ मौत
Ashwani Kumar Jaiswal
Loading...