बाबा भीमराव अंबेडकर को शत शत नमन
बाबा भीमराव अंबेडकर को शत शत नमन।
लिखकर जिसने संविधान दिया नवजीवन।।
बाबा भीमराव अंबेडकर को——————।।
वो धरती पर आये, महापुरुष बनकर।
जिसने जीया जीवन, कांटों में चलकर।।
लेकिन किया परहित में अर्पण जीवन।
लिखकर जिसने संविधान दिया नवजीवन।।
बाबा भीमराव अंबेडकर को—————–।।
वो मसीहा थे सच में, पिछड़ों – दलितों के।
वो युगपुरुष थे धरती पर, नारी हितों के।।
हर वर्ग के लिए किया जिसने विचार चिंतन।
लिखकर जिसने संविधान दिया नवजीवन।।
बाबा भीमराव अंबेडकर को—————-।।
शिक्षा का दिया उन्होंने, सबको अधिकार।
शिक्षा ही है जीवन के उद्धार का हथियार।।
इसी शिक्षा से बदला जिसने सबका जीवन।
लिखकर जिसने संविधान दिया नवजीवन।।
बाबा भीमराव अंबेडकर को—————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार-
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)