Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Mar 2023 · 1 min read

बात ! कुछ ऐसी हुई

बात !
कुछ ऐसी हुई;
बंद कर ली आँख,
कानों में रुई.

खेत से
आँखें चुराई
मेड़ ने
भेड़ियों की
बात मानी भेंड़ ने
फिर झुकाई आँख
खाईं में मुई.

कौन जाने
किस तरफ़
कोहराम है ?
भोर की खिड़की में
बैठी शाम है,,
भीत सहमे पाँख
बूँदें मन चुई..

सर खुजाती
चंपियों में
मस्त हम
पुतलियों की
डोर से हैं हस्त हम
हाथ में है चांख
आँखों में सुई…

जो कहें वे
मात्र वो ही
सत्य है
पक्ष के ही
पक्ष में अनुप्रत्य है
गुदगुदी में काँख
आँहें अनछुई …
– अशोक शर्मा ‘कटेठिया’

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 54 Views
You may also like:
मुहब्बत की बातें।
मुहब्बत की बातें।
Taj Mohammad
भटका दिया जिंदगी ने मुझे
भटका दिया जिंदगी ने मुझे
Surinder blackpen
■ देश मांगे जवाब
■ देश मांगे जवाब
*Author प्रणय प्रभात*
दो शे' र
दो शे' र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
व्यस्तता जीवन में होता है,
व्यस्तता जीवन में होता है,
Buddha Prakash
ताल्लुक अगर हो तो रूह
ताल्लुक अगर हो तो रूह
Vishal babu (vishu)
शिमला
शिमला
डॉ प्रवीण ठाकुर
कब किसके पूरे हुए,  बिना संघर्ष ख्वाब।
कब किसके पूरे हुए, बिना संघर्ष ख्वाब।
जगदीश लववंशी
मेरा हैप्पी बर्थडे
मेरा हैप्पी बर्थडे
Satish Srijan
सेतु बंधन
सेतु बंधन
नवीन जोशी 'नवल'
चोट शब्दों की ना सही जाए
चोट शब्दों की ना सही जाए
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बावरी
बावरी
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
माँ काली
माँ काली
Sidhartha Mishra
💐अज्ञात के प्रति-139💐
💐अज्ञात के प्रति-139💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आत्मीय मुलाकात -
आत्मीय मुलाकात -
Seema gupta,Alwar
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
*मदमस्त है मौसम हवा में, फागुनी उत्कर्ष है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
महंगाई के आग
महंगाई के आग
Shekhar Chandra Mitra
Birthday wish
Birthday wish
Ankita Patel
दोहे
दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ग़ज़ल
ग़ज़ल
नितिन पंडित
"निरक्षर-भारती"
Prabhudayal Raniwal
प्यार का रंग (सजल)
प्यार का रंग (सजल)
Rambali Mishra
You have climbed too hard to go back to the heights. Never g
You have climbed too hard to go back to the heights. Never g
Manisha Manjari
अलविदा कहने से पहले
अलविदा कहने से पहले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
दोस्ती
दोस्ती
Surya Barman
अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव
Mukesh Jeevanand
आदमी की गाथा
आदमी की गाथा
कृष्ण मलिक अम्बाला
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Ek galti har roj kar rhe hai hum,
Sakshi Tripathi
काली मां
काली मां
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
स्थायित्व (Stability)
स्थायित्व (Stability)
Shyam Pandey
Loading...