बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूल पाना
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बहुत मुश्किल है दिल से, तुम्हें तो भूला पाना।
दिलो- दिमाग में बसी, तेरी तस्वीर मिटा पाना।।
बहुत मुश्किल है दिल से——————।।
लग भी जाता है दिल भी, चमन की खूबसूरती में।
मगर आसान नहीं दिल को, यहाँ पर हँसा पाना।।
बहुत मुश्किल है दिल से—————–।।
गुस्सा भी आता है तुमपे, याद कर तेरी बेवफ़ाई।
किसी की तू बने साथी, मुश्किल है यह देख पाना।।
बहुत मुश्किल है दिल से—————–।।
हम तो कहते हैं सबसे, नहीं है और कोई देवी।
हमको पसंद नहीं और को, अपना बना पाना।।
बहुत मुश्किल है दिल से—————–।।
बुलाते हैं हमको और भी, अपना साथी बनाने को।
मगर मुश्किल है प्यार, किसी और को लुटा पाना।।
बहुत मुश्किल है दिल से——————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)