” फ़ौजी”
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/bad3c34d1511019f6a678c36df436667_e15666c3d27ea0a899e15a0059a61a02_600.jpg)
” फ़ौजी”
फ़ौज में जाना, आसान नहीं होता है,
ये सबके बस की, बात नहीं होता है।
घर परिवार छोड़कर ,देश सेवा में लग जाते है ।
ये फौजी केवल ,नाम के नही होते है ।
सर कफन पर बांध के निकलते है,
दुश्मनों को धूल चटा के, वापस लौटते है।
ये मेरे सच्चे वीर सपूत है ,
जो अपनी परवाह नहीं ,पूरे देश की परवाह करते है ।
ऐसे वीर सपूत , पर हमे गर्व है ।
……….,✍️ योगेन्द्र चतुर्वेदी