Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2020 · 1 min read

प्रलयंकारी कोरोना

हाहाकार मचा आज इस धरती पर
भूचाल आया आज इस धरती पर।
इंसान को अपने कद का आभास हुआ
काल की शक्ति का उसे अहसास हुआ।
बलशाली से बलशाली भी बेहाल हुआ
उसका भी अभिमान तार-तार हुआ।
गरीबों का जीवन ओर भी दुश्वार हुआ
राशन-पानी का वो मोहताज हुआ।
शवों का आज यहाँ अंबार लगा हुआ
दो गज़ भी मिलना नामुमकिन-सा हुआ।
राजा-रंक सबका संघार हुआ
सबका जीवन काल हुआ।
पर इन मुश्किल हालातों मे
कुछ लोग लोहा ले रहे है इस महामारी से।
फर्ज़ से ऊपर उनके लिए कुछ नहीं
वो ऐसे वीर है जो कभी थकते नहीं।
लोक-सेवा मे सर्मपित
कर दिया इन्होने खुद को अर्पित।
नत्मस्तक हूँ मै आज इनके आगे
जो इस प्रलयंकारी महामारी से नहीं भागे।

– श्रीयांश गुप्ता

Language: Hindi
4 Likes · 2 Comments · 408 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Follow our official WhatsApp Channel to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
शत शत नमन उन सपूतों को
शत शत नमन उन सपूतों को
gurudeenverma198
गुरूर का अंत
गुरूर का अंत
AMRESH KUMAR VERMA
*मस्तियों का आ गया मौसम, हवा में प्यार है  (हिंदी गजल/गीतिका
*मस्तियों का आ गया मौसम, हवा में प्यार है (हिंदी गजल/गीतिका
Ravi Prakash
आंखों के दपर्ण में
आंखों के दपर्ण में
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
#जीवन का सार...
#जीवन का सार...
*Author प्रणय प्रभात*
एहसासों का समन्दर लिए बैठा हूं।
एहसासों का समन्दर लिए बैठा हूं।
Taj Mohammad
माँ
माँ
Kamal Deependra Singh
याद रखते अगर दुआओ में
याद रखते अगर दुआओ में
Dr fauzia Naseem shad
विश्व गौरैया दिवस
विश्व गौरैया दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मजबूरी
मजबूरी
पीयूष धामी
अजब गजब
अजब गजब
साहिल
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
चलो कुछ दूर तलक चलते हैं
Bodhisatva kastooriya
बोल हिन्दी बोल, हिन्दी बोल इण्डिया
बोल हिन्दी बोल, हिन्दी बोल इण्डिया
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
चाहत में उसकी राह में यूं ही खड़े रहे।
चाहत में उसकी राह में यूं ही खड़े रहे।
सत्य कुमार प्रेमी
मां आनंद शीला
मां आनंद शीला
Shekhar Chandra Mitra
जन्म दायनी माँ
जन्म दायनी माँ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
== करो मनमर्जी अपनी ==
== करो मनमर्जी अपनी ==
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
तब घर याद आता है
तब घर याद आता है
कवि दीपक बवेजा
रिश्ते
रिश्ते
Saraswati Bajpai
दिन  तो  कभी  एक  से  नहीं  होते
दिन तो कभी एक से नहीं होते
shabina. Naaz
हर हाल में खुश रहने का सलीका तो सीखो ,  प्यार की बौछार से उज
हर हाल में खुश रहने का सलीका तो सीखो , प्यार की बौछार से उज
DrLakshman Jha Parimal
सूरज को ले आता कौन?
सूरज को ले आता कौन?
AJAY AMITABH SUMAN
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
चट्टानी अडान के आगे शत्रु भी झुक जाते हैं, हौसला बुलंद हो तो
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
उसकी सूरत देखकर दिन निकले तो कोई बात हो
उसकी सूरत देखकर दिन निकले तो कोई बात हो
Dr. Shailendra Kumar Gupta
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Ram Krishan Rastogi
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
आज फ़िर दिल ने इक तमन्ना की..
Rashmi Sanjay
✍️आव्हान✍️
✍️आव्हान✍️
'अशांत' शेखर
नव प्रबुद्ध भारती
नव प्रबुद्ध भारती
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अपने जीवन के प्रति आप जैसी धारणा रखते हैं,बदले में आपका जीवन
अपने जीवन के प्रति आप जैसी धारणा रखते हैं,बदले में आपका जीवन
Paras Nath Jha
Loading...