Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Feb 2017 · 1 min read

## पुरानी याद ..डाकिये की ##

ज़माना बीत गया, तो तुमने याद न किया
हम ने तो रोजाना डाकिये से पूछा था
की, कहीं गलती से, लिख दिए हों दो हर्फ़ मेरे नाम
देख जरा , डाकिये कहीं तेरी चिठीयों में हैं क्या ??

वो कहता है, कौन करेगा याद तुमको
क्यूं बेवजह, रोज सताते हो यार, तुम मुझ को
याद करने वाले, कहीं लिखते हैं दो हर्फ़,
वो तो सीधे दिल में ऊपर आते हैं, और क्या !!

सुनकर उस डाकिये की बात, मैं गम में डूब गया
क्या मैं इतना इस काबिल न था, कि उसने याद भी न किया
खुद से पूछने लगा, मैं इक सवाज आज,
क्या मेरे दिल में , जख्मों के सिवा , और कुछ नहीं क्या ??

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
Tag: कविता
173 Views

Books from गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार

You may also like:
खुद को संभालो यारो
खुद को संभालो यारो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
चेतावनी
चेतावनी
Shekhar Chandra Mitra
// होली में ......
// होली में ......
Chinta netam " मन "
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
🚩मिलन-सुख की गजल-जैसा तुम्हें फैसन ने ढाला है
Pt. Brajesh Kumar Nayak
🙋बाबुल के आंगन की चिड़िया🙋
🙋बाबुल के आंगन की चिड़िया🙋
Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
मुझे कृष्ण बनना है मां
मुझे कृष्ण बनना है मां
Surinder blackpen
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
कुंडलिया छंद की विकास यात्रा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
लड़ाकू विमान और बेटियां
लड़ाकू विमान और बेटियां
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
बेजुबान और कसाई
बेजुबान और कसाई
मनोज कर्ण
💐कई बार देखकर भी एक बार देखा💐
💐कई बार देखकर भी एक बार देखा💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
दास्तां-ए-दर्द
दास्तां-ए-दर्द
Seema 'Tu hai na'
अज्ञानता
अज्ञानता
Shyam Sundar Subramanian
ईश्वर के रूप 'पिता'
ईश्वर के रूप 'पिता'
Gouri tiwari
कलम की ताकत
कलम की ताकत
Seema gupta,Alwar
मोदी जी
मोदी जी
Shivkumar Bilagrami
" अधूरा फेसबूक प्रोफाइल "
DrLakshman Jha Parimal
Writing Challenge- भय (Fear)
Writing Challenge- भय (Fear)
Sahityapedia
■ लघुकथा / रेल की खिड़की
■ लघुकथा / रेल की खिड़की
*Author प्रणय प्रभात*
हायकू
हायकू
Ajay Chakwate *अजेय*
ईर्ष्या
ईर्ष्या
Saraswati Bajpai
मैं खुश हूँ बिन कार
मैं खुश हूँ बिन कार
Satish Srijan
ये लब कैसे मुस्कुराए दे।
ये लब कैसे मुस्कुराए दे।
Taj Mohammad
आस्तीक भाग-आठ
आस्तीक भाग-आठ
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ठीक है अब मैं भी
ठीक है अब मैं भी
gurudeenverma198
✍️हृदय को थोड़ा कठोर बनाकर
✍️हृदय को थोड़ा कठोर बनाकर
'अशांत' शेखर
नारी जीवन की धारा
नारी जीवन की धारा
Buddha Prakash
मेरी आंखों में
मेरी आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
*अच्छा लगता है (हिंदी गजल/गीतिका)*
*अच्छा लगता है (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
आईने झूठ तो बोलेंगे नहीं
Ranjana Verma
Loading...