Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2016 · 1 min read

पिंजरे की मैना

पिंजरे की मैना ये
किसे सुनाये दास्ताँ दिल की
कितनी खुश थी
पेड़ों पे वो
दिन भर चहकती रहती थी
इस डाल से उस डाल पर
इस टहनी से उस टहनी
जहाँ चाहे उड़ जाती थी
कच्चे -पक्के कैसे भी फल
तोड़ -तोड़ खा लेती थी
कितना अच्छा जीवन था वो
आज़ादी से भरा हुआ
चलती थी मनमर्ज़ियाँ
थी साथ कितनी सखियाँ-सहेलियाँ
पर अब इस सोने के पिंजरे में
घुटता है दम
नहीं चाहिए ये स्वादिष्ट व्यंजन
बस, कोई लौटा दे मुझको
फिर से मेरी आज़ादी ।

Language: Hindi
1 Like · 1693 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सन्ध्या के बाद स्त्री हो जाती
सन्ध्या के बाद स्त्री हो जाती
Varun Singh Gautam
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
पूर्वार्थ
There is no rain
There is no rain
Otteri Selvakumar
आशिक!
आशिक!
Pradeep Shoree
महात्मा गांधी ,एवम लाल बहादुर शास्त्री पर
महात्मा गांधी ,एवम लाल बहादुर शास्त्री पर
मधुसूदन गौतम
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
तुम्हारी बेवफाई देखकर अच्छा लगा
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
कला
कला
Kshma Urmila
हम क्यूं लिखें
हम क्यूं लिखें
Lovi Mishra
चैन से रहने का हमें
चैन से रहने का हमें
शेखर सिंह
*चंद्रमा की कला*
*चंद्रमा की कला*
ABHA PANDEY
कमबख्त ये तेरे इश्क़ की गुजारिश हैं,
कमबख्त ये तेरे इश्क़ की गुजारिश हैं,
Vivek Kumar Yadav
आदमी और गधा
आदमी और गधा
Shailendra Aseem
जागो माँ के प्यारे
जागो माँ के प्यारे
संतोष बरमैया जय
धीरज धरो तुम
धीरज धरो तुम
Roopali Sharma
दोहे
दोहे
manjula chauhan
"भेड़ों के झुंड" और "भाड़े की भीड़" में एकमात्र अंतर यह है कि भ
*प्रणय प्रभात*
सत्य असत्य से हारा नहीं है
सत्य असत्य से हारा नहीं है
Dr fauzia Naseem shad
जनता की कैसी खुशहाली
जनता की कैसी खुशहाली
महेश चन्द्र त्रिपाठी
बहुत बोल लिया है
बहुत बोल लिया है
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
यादों की याद रखना
यादों की याद रखना
Dr. Rajeev Jain
किण गुनाह रै कारणै, पल-पल पारख लेय।
किण गुनाह रै कारणै, पल-पल पारख लेय।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
जीवन का हिसाब
जीवन का हिसाब
Indu Singh
"मिस कॉल"
Dr. Kishan tandon kranti
रतजगा
रतजगा
ओनिका सेतिया 'अनु '
माई
माई
Shekhar Chandra Mitra
उम्र गुजर जाती है किराए के मकानों में
उम्र गुजर जाती है किराए के मकानों में
करन ''केसरा''
हाथ थाम लो मेरा
हाथ थाम लो मेरा
Surinder blackpen
3956.💐 *पूर्णिका* 💐
3956.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
गरीबों की जिंदगी
गरीबों की जिंदगी
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
सुनअ सजनवा हो...
सुनअ सजनवा हो...
आकाश महेशपुरी
Loading...