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1 Oct 2022 · 1 min read

पिंजरा तोड़

यहां पिंजरे में तो
हर एक परिंदा है!
जो उसे तोड़ सके
वही बस ज़िंदा है!!
तू कहां पैदा हुआ
इसमें तेरी क्या खता!
भला इसको लेकर
तू क्यों शर्मिंदा है!!
#जातीय_उत्पीड़न #बौद्ध #बुद्धिजीवी
#पिछड़ा #बहुजन #दलित #justice
#बराबरी #छुआछूत #भेदभाव #धम्म
#ऊंचनीच #जातिप्रथा #वर्णव्यवस्था

Language: Hindi
Tag: कविता
1 Like · 87 Views
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