Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2024 · 1 min read

पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात ।

पलक झपकते हो गया, निष्ठुर मौन प्रभात ।
करनी थी उनसे अभी, पागल दिल की बात ।
खामोशी के दौर में, साँसों का था शोर –
मधुर मदन आवेग में , बहक गए जज्बात ।

सुशील सरना / 17-2-24

334 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

भाषा
भाषा
Shashi Mahajan
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
गुरु ही वर्ण गुरु ही संवाद ?🙏🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#हे राम तेरे हम अपराधी
#हे राम तेरे हम अपराधी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
धरती दिल की बाँझ
धरती दिल की बाँझ
Rishabh Tomar
आंखों में खो गए, हर पल सा मिला,
आंखों में खो गए, हर पल सा मिला,
Kanchan Alok Malu
17. *मायका*
17. *मायका*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
🙏प्रथम पूज्य विघ्न हर्ता 🙏
🙏प्रथम पूज्य विघ्न हर्ता 🙏
umesh mehra
कहाॅं तुम पौन हो।
कहाॅं तुम पौन हो।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
People don’t always see the battles you’re fighting the effo
People don’t always see the battles you’re fighting the effo
पूर्वार्थ
दोहा पंचक. . . . . नजर
दोहा पंचक. . . . . नजर
sushil sarna
एहसास का मुझे तेरे
एहसास का मुझे तेरे
Dr fauzia Naseem shad
राम जपन क्यों छोड़ दिया
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
जब तक जेब में पैसो की गर्मी थी
Sonit Parjapati
ख़्वाहिशों को कहाँ मिलता, कोई मुक़म्मल ठिकाना है।
ख़्वाहिशों को कहाँ मिलता, कोई मुक़म्मल ठिकाना है।
Manisha Manjari
शुष्क दिवस
शुष्क दिवस
Santosh kumar Miri
बचपन के मुस्कुराते जिद्दी चेहरे
बचपन के मुस्कुराते जिद्दी चेहरे
Anant Yadav
छुपा छुपा सा रहता है
छुपा छुपा सा रहता है
हिमांशु Kulshrestha
यमुना की सफाई का वचन देते हुए ,
यमुना की सफाई का वचन देते हुए ,
ओनिका सेतिया 'अनु '
नवचेतना
नवचेतना
संजीवनी गुप्ता
धरती, आसमान, चांद, सितारे, सूर्य की भी बीत रही उमर।
धरती, आसमान, चांद, सितारे, सूर्य की भी बीत रही उमर।
Rj Anand Prajapati
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -195 के श्रेष्ठ दोहे
बुन्देली दोहा प्रतियोगिता -195 के श्रेष्ठ दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
उतर गए निगाह से वे लोग भी पुराने
सिद्धार्थ गोरखपुरी
यदि किछ तोर बाजौ
यदि किछ तोर बाजौ
श्रीहर्ष आचार्य
अंदाज़े बयाँ
अंदाज़े बयाँ
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
इश्क
इश्क
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
एक   राखी   स्वयं के  लिए
एक राखी स्वयं के लिए
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
मतदान
मतदान
विशाल शुक्ल
लोकतंत्र का महापर्व
लोकतंत्र का महापर्व
इंजी. संजय श्रीवास्तव
रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास
रिश्ता मेरा नींद से, इसीलिए है खास
RAMESH SHARMA
"आईना "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...